छोटे बच्चों के लिए बुद्दिमान इन्सान की कहानी | Kids Moral Story in Hindi Urdu
एक बार की बात है
इन्सान था वह पानी भरने के लिए एक कुएं के पास गया और उसने पानी निकालने के लिए
कुए में अपनी बाल्टी डाली और पानी भरने लगा तभी उस इंसान ने देखा कि पानी के साथ
साथ एक शीशा भी बाल्टी में आ गया है वो इन्सान शीशे की बोतल देखर हैरानी में पड़
गया, उसने बोतल के ढक्कन को जैसे ही खोला, ढक्कन खोलते ही सर्र ... करके काले बदल
की तरह धुँआ बाहर निकल आया और फिर इस धुएं में से एक जिन बाहर आगया इन्सान जिन को
देखर डरने लगा जिन बड़े ही जोर जोर से हँसे लगा और फिर कहने लगा कि - हम जिन्न तुम
इंसानों से ज्यादा ताकतवर होते हैं कई साल पुरानी बात है जब लोग मुझ से डरते थे
लेकिन तुम जैसे दिखाई देने वाले एक चतुर इंसान ने मुझे इस शीशे की बोतल में बंद कर
के इस कुएं में फेंक दिया था लेकिन आज तुम ने मुझे फिर से बहार निकनले का मौका दे
दिया है अब मैं अपनी ताकत तुम्हे दिखाऊंगा.
वह इन्सान जिन को
देख कर पत्थर की तरह खड़ा ही रहगया और कुछ नहीं बोल पाया.
जिन्न फिर से कहने
लगा और अब मैं तुम्हे मारकर अपना बदला पूरा करूंगा लेकिन
मारने से पहले मैं तुम्हे एक अवसर ज़रूर दूंगा वो ये कि - अब तुम्हे मुझे किसी एक
काम का हुक्म देना होगा लेकिन ये बात भी याद रखना जैसे ही मेरा काम पूरा होगा मैं
तुम्हे ख़त्म करदुंगा – और तुम ये तो जानते ही हो की हम जिन्न हर काम को चुटकी में
पूरा कर देते हैं.
वोह इंसान मन ही मन अपने
मालिक से मदद मांगने लगा तभी उसे एक तरकीब सूझी और उसने जिन्न से कहा कि - अगर ऐसी बात है तो मैं तुम्हे एक छोटे से काम का हुक्म देता
हूँ बस तुम किसी एक कुत्ते की दुम सीधी कर के दिखा दो और अगर तुम ने ये कर दिया तो
बस फिर तुम मुझे मार देना.
जिन्न जोर जोर से हंसने लगा
और कहने लगा कि ये तो मै अभी करदुंगा और पलक झपकते ही वो एक कुत्ते को
ले आया और फिर लगा कुत्ते की दुम सीधी करने लेकिन जिन जैसे ही कुत्ते की दुम सीधी
करता वो फिर टेडी हो जाती, जिन्न फिर दुम सीधी करने लगता लेकिन फिर दुम टेडी हो
जाती आखिर वो समझ गया की कुत्ते की दुम हमेशा टेडी ही रहती है और इस तरह उसने अपनी
हार मान ली और इंसान से बोला –
आज मैं ये मान गया हूँ की
मालिक ने इंसानों को समझ और तेज़ दिमाग देकर उन्हें हम जीनो से भी ज्यादा ताकतवर बनाया है, तभी समझदार इंसान कभी
भूत और जीनो से नहीं डरते है, मैं तुम से माफ़ी मागता हूँ , मुझे माफ़ करदो अब मैं
किसी को नहीं सताऊंगा.
जिन्न की ये बाते
सुनकर इंसान कहने लगा -
ऐसा है तो
तुम फिर से इस बोतल में चले जाओ ताकि दोबारा से किसी इन्सान को परेशां न कर सको
और फिर वोह जिन्न
फिर से बोतल के अन्दर चला गया.
हमे इस कहानी से
क्या सबक मिलता है ?
इस कहानी से हमे
ये शिक्षा मितली है कि इंसान अगर मालिक को याद कर के किसी भी मुसीबत का सामना बिना
डरे करता है तो उसे सफलता ज़रूर मिलती है.